कार्पल टनल सिंड्रोम (CTS): लक्षण और कारण

लक्षण इसके लक्षणों में झुनझुनी, दर्द, गुदगुदी या उंगलियों, हाथों और/या कलाई में “मजाकिया एहसास” आदि हैं। अन्य निश्चित विशिष्ट लक्षणों में हैं:
हाथ के तल और उंगलियों में जलन, झुनझुनी या खुजलीयुक्त गुदगुदी, खासकर अंगूठे, तर्जनी और मध्यमा उंगली में।
थोड़ी या बिना दिखाई देने वाली सूजन के साथ उंगलियों का निष्क्रिय और फूला हुआ प्रतीत होना।
पकड़ की क्षमता में कमी और छोटी वस्तुओं को पकड़ पाने में असमर्थता।
स्पर्श करने पर गर्म और ठन्डे के बीच अंतर कर पाने में असमर्थता।
पिन और सुइयाँ।
कलाई और हाथ में दर्द।
त्वचा की शुष्कता।
कमजोर
कारण इसकी उत्पत्ति के कारणों में कलाई को लगने वाली चोट या आघात जो सूजन, जैसे मोच या फ्रैक्चर उत्पन्न करते हैं; पीयूष ग्रंथि की अतिसक्रियता; थाइरोइड ग्रंथि का कम सक्रिय होना; रह्युमेटोइड आर्थराइटिस; कलाई के जोड़ में यांत्रिक समस्या; कार्य का तनाव; हाथ से कम्पन करने वाले औजारों का बार-बार प्रयोग; गर्भावस्था या रजोनिवृत्ति के दौरान तरल पदार्थ का बना रह जाना; या सुरंगनुमा मार्ग में थैलीनुमा रचना या गांठ का उत्पन्न हो जाना आते हैं। कुछ मामलों में कोई भी कारण पहचाना नहीं जा सकता।
रोकथाम (बचाव):
रोग का शीघ्र निर्धारण और चिकित्सा।
भारी वस्तुएँ ना उठाएँ।
कार्य के दौरान विराम लें।
जीवन शैली में सुधार।
अपनी कलाइयों को बार-बार फैलाना और समेटना ना करें।
ध्यान देने की बातें
अनजाने एहसास और दर्द का भुजा से होकर कंधे की तरफ जाना।
शुष्क त्वचा, सूजन या हाथ की त्वचा के रंग में बदलाव।
डॉक्टर को कब दिखाएँ:
अपने डॉक्टर से संपर्क कब करें
यदि आपको सीटीएस के लक्षण लगातार बने हुए हैं जो आपकी दैनिक गतिविधियों में बाधा डाल रहे हैं, जैसे:
झुनझुनी और गुदगुदी का एहसास।
पिन और सुइयाँ चुभना।
कलाई और हाथ में दर्द।
त्वचा का शुष्क होना
कमजोरी